Saturday – 19th April 2025 (Jantar Mantar, Delhi)
जब भी महिला- पुरुष मे कोई विवाद हो तो सामाज यह मान लेता है कि पुरुष ही गलत होगा, पुरुषों पर झूठे केस होने पर कोई सुनवाई नहीं, कानून जेंडर न्यूट्रेल नहीं, राष्ट्रीय पुरुष आयोग नहीं, ऐसे में बड़ती पुरुष आत्महत्याएँ, टूटते परिवार, बिखरते बच्चे।
आइए इनके लिए आवाज उठायें।

